एक्टिंग कोर्स में क्या पढ़ाया जाता है

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एक्टिंग कोर्स में क्या सिखाया जाता है

एक्टिंग कोर्स में यह पढ़ाया जाता है कि आप बेहतर ढंग से एक्टिंग करने के लिए खुद को कैसे तैयार करे जिससे आपको एक्टर के रूप में आसानी से काम मिल सके और आप एक अच्छे सफल एक्टर बन सके‌। एक्टिंग एक कला है जो हर किसी में होती है बस जरूरत होती है उस कला को पहचान कर उसे निखारने की जो एक एक्टिंग स्कूल से सीखी जा सकती है। एक्टिंग कोर्स जो शिक्षक या निर्देशक एक्टिंग सिखाता है और छात्र उसके निर्देशो का पालन ठीक तरह से करता है तो वह अपनी एक्टिंग कला का विकास करता है एक्टिंग कोर्स के जरिए आप सीख सकते हैं कि कैसे आप अपने भावों को प्रकट करे कैसे आप उस अभिनय क्षमता को सामने लाये जो आपके अंदर है आपके भीतर छुपे अभिनेता को कैसे बाहर निकाला जाएं।

एक्टर फिल्म निर्माता निर्देशक से कैसे काम मांगे – जब आप किसी भी फिल्म स्कूल, इंस्टिट्यूट या ड्रामा कंपनी से एक्टिंग कोर्स करते हैं तो आपको सिखाया जाता है कि कैसे और कहां कहां आप फिल्म और टीवी सीरियल में काम मांगे उन तरीकों के बारे में भी आपको एक्टिंग क्लास में ही सिखाया जाता है जब आप किसी भी संस्थान से एक्टिंग कोर्स करते हैं तो इन संस्थानों में बड़े फिल्म स्टार अभिनय कला सिखाने के लिए खुद आते हैं क्लास भी लेते जिसमें अभिनय की बारीकियों को सिखाया जाता है जो बेहद जरूरी होता है। एक्टिंग के ऑडिशन दिया जाता है जिसे हम स्क्रीन टेस्ट भी कहते हैं और स्क्रीन टेस्ट देने के लिए फिल्म निर्माता कंपनी के ऑफिस जाना होता है उदाहरण के तौर पर यशराज फिल्म्स यशराज स्टूडियो में ऑडिशन के लिए कलाकारों को आमंत्रित करता है और स्क्रीन टेस्ट के बाद उनका चुनाव करता है।

दूसरे कोर्स की तरह एक्टिंग कोर्स की महत्वता को भी समझें
जैसे एक IAS,IPS या इंजिनियर बनने के लिए कोर्स करते हैं और ऐसा ज्ञान जो इन कोर्स को करने के लिए आवश्यक है छात्रों को पढ़ाया जाता है और सिखाया जाता हैं ठीक उसी तरह एक्टिंग करने के लिए भी सभी आवश्यक ज्ञान एक्टिंग छात्रों पढ़ाया जाता है और सिखाया जाता है एक्टिंग कोर्स में संवादों को बोलना, भावों को प्रकट करना, आवाज में उतार चढाव के तरीकों, पात्रों के हिसाब से खुद का प्रदर्शन कैसा होना चाहिए,
सबसे जरूरी बात बहुत सारे लोगों को लगता है कि वह एक्टिंग कर सकते हैं लेकिन जब कुछ लाइनें देकर उन्हें मंच पर एक्टिंग करने बोला जाता है तों वह घबरा जाते हैं क्योंकि उन्हें केवल ऐसा लगता है कि वह एक्टिंग कर सकते हैं लेकिन मंच पर कभी भी किसी प्रकार का नाटक या संवाद के साथ अभिनय नहीं किया है एक्टिंग कोर्स में इन सभी कमियों को दूर किया जाता है।यदि आपके अंदर एक्टर बनने का जुनून है और आप दृढ़ संकल्पित है आप एक एक्टर बनना चाहते हैं तो एक्टिंग कोर्स जरूर करें।

अभिनेता सी एच लियाओ कहते हैं कि हमारा घर ही एक रंग मंच है और हम और हमारा परिवार रंग मंच के किरदार है और हर दिन ही अपना पात्र निभाते हैं घर के बाकी सभी सदस्य अपना अपना किरदार निभाते हैं बस इसी को परदे पर भी निभाना होता है लेकिन जरूरत होती है हमें अपने अंदर छुपें अभिनेता को पहचानने की। अभिनय की बारीकियों को सीखने की। एक्टिंग कोर्स के जरिए कुशल अनुभवी शिक्षकों द्वारा अभिनय कला को सिखाया जाता है।

अभिनय एक उन्नत लोकप्रिय करियर रोजगार का बेहतर विकल्प है – जब आप एक्टिंग कला की शिक्षा पूर्ण करके फिल्मो मे काम मांगने जाते हैं तो आपको फिल्म उद्योग में उन्नत किस्म के रोजगार प्राप्त करने का मौका मिलता है स्क्रीन टेस्ट या ऑडिशन के बाद हो सकता है कि आप किसी टीवी सीरियल या किसी फिल्म के मुख्य कलाकार के रूप में काम करने का सुअवसर प्राप्त होता है और यह अवसर ऐसा होता है कि आपके पास लगाकर काम रहता है जब तक सीरियल या फिल्म की शूटिंग चलती आपके पास काम भरपूर होता है इतना ही नहीं एक बार फिल्म और टीवी सीरियल में काम मिलने के बाद और भी ढेर सारे अवसर मिलते हैं एक्टिंग कोर्स करने का एक फायदा और यह भी होता है कि एक्टिंग संस्थान के जरिए भी काम मिल जाता है उदाहरण के रूप में छत्तीसगढ़ के अमृतेश मिश्रा (19)अपने एक्टिंग सपने को पूरा करने के उद्देश्य से नाट्य संस्थान में अभिनय कला सीख रहे थे तभी कलाकारों का चुनाव करने छत्तीसगढ़ी फिल्म निर्माता नाट्य संस्थान में पहुंचे थे और उन्हें छत्तीसगढ़ की फिल्म छुया भुईयां 2 में काम मिल गया।

नोट – उम्मीद है हमारे इस आर्टिकल के जरिए आपकी एक्टर बनने की राह आसान हुई होगी यदि आपको एक्टर बनने , एक्टिंग कोर्स करने या टीवी सीरियल, फिल्मों में काम पाने से संबंधित कोई समस्या आ रही है तो कमेंट करके हमें जरूर बताएं हम आपकी समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे।

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