गरीब लोग एक्टर बनने के लिए क्या करें 2025
गरीब लोग भी एक्टर बन सकते हैं एक्टिंग सीख सकते हैं एक सफल एक्टर बनने के लिए आपको कड़ी मेहनत लगन और प्रतिभा की आवश्यकता होती है अगर आप गरीब हैं आपके पास पैसे नहीं है आप बड़े महंगे एक्टिंग स्कूल कॉलेज नहीं जा सकते तब भी आप घर पर रहकर एक्टिंग सीख सकते हैं एक्टर बन सकते हैं इसके लिए आप ऑनलाइन फ्री एक्टिंग कोर्स कर सकते हैं जो बॉलीवुड यात्रा की वेबसाइट पर फ्री में उपलब्ध है इसके साथ-साथ ऐसे बहुत सारे यूट्यूब चैनल हैं जहां मुफ्त में एक्टिंग कोर्स उपलब्ध हैं यूट्यूब चैनलों के बारे में भी हम आपको बताएंगे । इस कोर्स को सीख कर आप अभिनेता बन सकते हैं और पैसा भी कमा सकते हैं अपना करियर एक्टिंग क्षेत्र में बना सकते हैं।
एक्टिंग से जुड़ी किताबें को पढ़कर या बॉलीवुड यात्रा के जॉइन बॉलीवुड कोर्स को पढ़कर आप मुफ्त में अभिनेता बन सकते हैं बॉलीवुड यात्रा पर अभिनेता सी एच लियाओ, अभिनेता अभिलाष चौधरी, अभिनेता नीरज सिंह राजपूत, अभिनेत्री पूजा अवस्थी, जैसे स्थापित बॉलीवुड एक्टर्स अपने अनुभव के आधार पर आपको यह जानकारी उपलब्ध हम करा रहे हैं ।
अपने स्कूल कॉलेज के नाटक ग्रुप से जुड़े – यदि आप 10वीं 12वीं या ग्रेजुएट की पढ़ाई किसी स्कूल या कॉलेज से कर रहे हैं तो आप अपने स्कूल या कॉलेज के नाटक ग्रुप से जुड़े जहां आपको मुफ्त में एक्टिंग गुण सीखने मिल सकते हैं आपके अंदर का अभिनेता बाहर आ सकता है आपको अपने से परियों के साथ अभिनय सीखने और करने का अवसर मिलेगा आपके भीतर से झिझक दूर होगी मंच पर खड़े होकर आपकों बहुत सारे लोगों के सामने अभिनय करने को मिलेगा जो आपकी अभिनय क्षमताओं में नए पंख लगा देगा जब तक आप अपना स्कूली 10वीं 12वीं या कालेज का ग्रेजुएट पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स पूरा करेंगे उसके साथ-सा द आप अभिनय के गुण प्रशिक्षण कौशल भी सीख चुके होंगे फिर आप फिल्म प्रोडक्शन कंपनियों को ऑडिशन देकर फिल्मों में काम मांगना शुरू कर सकते हैं।
अपने घर पर एक्टिंग का अभ्यास करें आप घर पर रहकर एक्टिंग की प्रैक्टिस कर सकते हैं अपनी पसंदीदा फिल्मों को देखकर सीखें बड़े एक्टर्स को देखें कैसे वह परफॉर्म कर रहा है अपने किरदार को किस तरह से निभा रहा है आप सीन की डिमांड वातावरण के हिसाब से अलग-अलग भावनाओं को व्यक्त करना सीख सकते हैं।
बॉलीवुड अभिनेता सी एच लियाओ अभिनय के बारे में बताते हैं की आपको अभिनय करने का अभ्यास रोज करना चाहिए ऐसा ना हो कि आप जब कैमरे के सामने आए तो अटक-अटक के डायलॉग बोले आपको लगातार डायलॉग बोलने आना चाहिए चाहे कितना भी बड़ा डायलॉग हो शब्दों का सही उच्चारण बोलते आना चाहिए आप इसके लिए उपन्यास पढ़ें उसके उसके डायलॉग को बार-बार दोहराएं ताकि आप जब डायलॉग बोले तो सही उच्चारण के साथ बोले। आपको थिएटर के नाटकों में भाग लेना चाहिए ताकि आपकी झिझक खत्म हो जाए क्योंकि बहुत सारे लोगों को आत्मविश्वास तो होता है कि वह एक बहुत अच्छे एक्टर हैं वह काम कर लेंगे लेकिन जब बड़े मंच पर अभिनय करने पहुंचते हैं तो झिझक होती है आप जब किसी भी फिल्म के लिए अभिनय करेंगे तो वहां कैमरे के साथ 100 से लेकर 500 लोगों की यूनिट हो सकती है यानी आपको बहुत सारे लोगों के सामने अभिनय करना होता है आपको झिझकना नहीं है इसलिए थिएटर करें ताकि झिझक खत्म हो जाए।
अपने मोबाइल कैमरा और शीशे के सामने निरंतर अभ्यास करें- अपने पसंदीदा फिल्मों के डायलॉग को मोबाइल के कैमरे के सामने रखकर खुद बोले अभ्यास करें और खुद देखें अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को दिखाएं कि आप कैसा अभिनय कर रहे हैं अपने घर में शीशे के सामने खड़े होकर अभ्यास करें आप अपनी गलतियों को खुद से पहचान कर बार-बार अभ्यास से सुधार कर सकते हैं आपका होमवर्क अच्छा होना चाहिए इसके बाद जब ऑडिशन देने जाएंगे तब आपको बहुत कुछ अपने खुद के अनुभव से भी सीखने मिलेगा।
बॉलीवुड यात्रा को हाॅलीवुड अभिनेता सी एच आगे बताते हैं कि नए अभिनय छात्रों को भारतीय नाट्यशास्त्र के नौ रस का ज्ञान होना भी आवश्यक है
भारतीय नाट्यशास्त्र के नौ रस याद करें- आपको भारतीय नाट्यशास्त्र के नौ रसों का ज्ञान होना चाहिए यह आपको अभिनय के क्षेत्र में भावों को प्रकट करने में मदद करेंगे यह रस मानव मन की विभिन्न भावनाओं को दर्शाते हैं और दर्शकों को एक विशेष प्रकार का अनुभव कराते हैं नौ रस निम्नलिखित हैं
1. श्रृंगार रस- यह रस प्रेम और सौंदर्य का प्रतीक है इसमें नायक नायिका के प्रेम मिलन और सौंदर्य का वर्णन होता है।
2. हास्य रस – यह रस हास्य और विनोद का प्रतीक है इसमें दर्शकों को हंसी और मनोरंजन का अनुभव होता है।
3. करुण रस- यह रस शोक और दुख का इसमें दर्शकों को करुणा और सहानुभूति का अनुभव होता है।
4. रौद्र रस- यह रस क्रोध का प्रतीक है इसमें दर्शकों को उत्साह और जोश का अनुभव होता है।
5.- वीर रस – यह रस वीरता और पराक्रम का प्रतीक है इसमें दर्शकों को साहस और प्रेरणा का अनुभव होता है।
6. भयानक रस- यह रा भाई और डर का प्रतीक है इसमें दर्शकों को रोमांस और उत्तेजना का अनुभव होता है।
7- वीभत्स रस- यह रस घृणा और जुगुप्सा का प्रतीक है इसमें दर्शकों को अरुचि और घृणा का अनुभव होता है।
8. अद्भुत रस – यह रस आश्चर्य और विस्मय का प्रतीक है इसमें दर्शकों को अचंभा और कुतूहल का अनुभव होता है।
9. शांत रस – यह रस शांति और वैराग्य का प्रतीक है इसमें दर्शकों को शांति और स्थिरता का अनुभव होता है।
यह नवरस भारतीय कला और साहित्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं इन रसों के माध्यम से एक्टर दर्शकों को विभिन्न भावनाओं का अनुभव करते हैं और उन्हें एक विशेष प्रकार का आनंद प्रदान करते हैं।
खुद की अभिनय शैली को विकसित करें- आप दूसरे एक्टर को कॉपी ना करें अपनी खुद की अभिनय शैली को विकसित करें आप दूसरे बड़े अभिनेताओं से सीख सकते हैं उनके बोले डायलॉग बोल सकते हैं लेकिन केवल सीखने के लिए। आपकी शैली आपकी अपनी होनी चाहिए इसके लिए आपको फिल्मों में काम अपने और अलग पहचान बनाने में मदद मिलेगी।
अच्छे अभिनेता के यह गुण होने चाहिए- एक अच्छे कुशल अभिनेता को एक्टिंग के साथ-साथ और काम करते आना चाहिए जैसे कार ड्राइविंग ,बाइक चलाना, घुड़सवारी करना आदि प्रतिभा होनी चाहिए इससे आपको फिल्मों में ज्यादा से ज्यादा कम पानी में बहुत मदद मिलेगी।
ऑनलाइन ऑडिशन देना- जब आप अभिनय कला सीख जाते हैं इसके बाद आपको ऑडिशन यानी स्क्रीन टेस्ट देना प्रारंभ करना चाहिए जिससे आपको फिल्मों में काम करने का मौका मिलता है आप अपना ऑडिशन वीडियो ऑनलाइन फिल्म निर्माता कंपनी को या कास्टिंग डायरेक्टर को भेज सकते हैं जिस किरदार के लिए एक्टर की तलाश की जा रही है उसमें आप फिट बैठते हैं तो आपको स्क्रीन टेस्ट के द्वारा सिलेक्शन हो जाएगा और फिल्म में काम मिल जाएगा।
ऑफलाइन ऑडिशन- आप अपने स्थानीय शहर में भी पता कर सकते हैं कि शॉर्ट फिल्म या डॉक्युमेंट्री या फिल्मों की कौन-कौनसी निर्माता हैं उन फिल्म निर्माता कंपनियों मे आप ऑफलाइन ऑडिशन दे सकते हैं और फिल्मों में काम पा सकते हैं आज भारत के लगभग हर शहर में हर राज्य में फिल्मों की शटिंग होने लगी है मुंबई की बड़ी बड़ी फिल्म निर्माता कंपनी भारत के हर राज्य में शूटिंग करने जा रही है आप उनसे संपर्क कर काम मांग सकते हैं और ऑफलाइन ऑडिशन दे सकते हैं।
निराश ना हो धैर्य रखें- यदि आपने ऑडिशन दिया और आप रिजेक्ट हो गए तो निराश ना हो दूसरे फिल्म निर्माता कंपनी को ऑडिशन दें या कास्टिंग डायरेक्टर को ऑडिशन दिन धैर्य बनाए रखें बॉलीवुड अभिनेता अभिलाष चौधरी कहते हैं कि अभिनेता के लिए मेहनत करने से तात्पर्य यह है कि वह ज्यादा से ज्यादा ऑडिशन देने जाए उसकी सबसे बड़ी परीक्षा यही होती है कि वह ऑडिशन में सफल हो इसके लिए आपको लगातार बार-बार ऑडिशन देने होंगे आपका कहीं ना कहीं सिलेक्शन अवश्य होगा ऑडिशन लेने वाला व्यक्ति यह नहीं देखा आप गरीब है अमीर हैं आपकी आर्थिक स्थिति कैसी है वह तो केवल आपसे अच्छे अभिनय की उम्मीद रखता है यदि आप अच्छा अभिनय करेंगे तो आप उसे किरदार के लिए सिलेक्ट हो जाएंगे जिसकी वह तलाश कर रहा है और आपको काम मिल जाएगा। इसलिए धैर्य के साथ आगे बढ़े।
मोबाइल से खुद की फिल्में बनाएं- युवा फिल्म निर्माता माही दुबे बॉलीवुड यात्रा को बताते हैं यदि आप ऑडिशन से सिलेक्ट नहीं हो पा रहे हैं तो निराश ना हो आप अच्छे सामाजिक मुद्दों का चुनाव करें आप खुद की शॉर्ट फिल्म लिखें और मोबाइल से शूट करें और यूट्यूब पर रिलीज करें आपको काम मिलने के शुभ अवसर प्राप्त होंगे। आप अपने शहर में ही रहकर अपने स्थानीय बड़ी-बड़ी कंपनियां की विज्ञापन फिल्मों को बनाकर भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं स्वच्छ भारत मिशन पर स्थानीय नगर निगम नगर पालिका और जिला कलेक्टर भी शॉर्ट फिल्में बनवाते हैं जिनसे संपर्क कर फिल्म के माध्यम से आप अपनी प्रतिभा दिखा सकते हैं।
फिल्म फेस्टिवल में भाग ले –आप अपनी शॉर्ट फिल्म बनाकर फिल्म फेस्टिवल में भाग ले सकते हैं जहां आपको ₹21000 से लेकर 5 लख रुपए का पुरस्कार भी मिल सकता है दूसरा बड़ा फायदा है आप वहां बड़े-बड़े फिल्म निर्माता के सामने अपनी प्रतिभा को रख पाएंगे और आपके फिल्मी सपने को पंख लग जाएंगे। आपको बड़े-बड़े फिर निर्माता से मिलने का अवसर भी मिलेगा जिससे आपका नेटवर्क बढ़ेगा हर साल फिल्म फेस्टिवल आयोजित होते हैं जो शॉर्ट फिल्म और डॉक्यूमेंट्री फिल्मों को आमंत्रित करते हैं खजुराहो फिल्म फेस्टिवल , महाकौशल फिल्म फेस्टिवल जबलपुर, बिलासा फिल्म फेस्टिवल छत्तीसगढ़,जयपुर फिल्म फेस्टिवल राजस्थान, ग्वालियर फिल्म फेस्टिवल मध्य प्रदेश आदि हैं।
यदि आप मुंबई से ही शुरुआत करना चाहते हैं तो इन नियमों को फॉलो करें।
अभिनय कला के टेक्निकल गुण सीखने के बाद सबसे पहले आपको यह तय करना चाहिए कि मुंबई में रहने के लिए बजट कितना लगेगा क्योंकि आप अपने शहर से दूसरे शहर जाएंगे यह उसी तरह से है जैसे आप डॉक्टर इंजीनियर बनने की पढ़ाई करते हैं दूसरे शहर के कॉलेज में एडमिशन लेते हैं फिर रूम लेकर रहते हैं और पढ़ाई करते हैं ठीक उसी तरह एक्टर राइटर डायरेक्टर बनने के लिए भी मुंबई में स्ट्रगल किया जाता है।
मुंबई में रहने का बजट – मुंबई में रहने के लिए आपको 7000 रुपए प्रति महीने ट्रैवल का यानी आने जाने का खर्च आएगा लगभग 9000 रूपए पीजी रूम का भाड़ा हर महीने लगेगा और लगभग 9000 रूपए प्रति महीने आपके खाने पर खर्च होंगे यानी₹25000 हर महीने आपको खर्च करने होंगे। तब आप मुंबई में रहकर ऑडिशन दे पाएंगे ऐसा नहीं है कि आप मुंबई पहुंचे और आपको तुरंत काम मिल जाएगा आपको धैर्य के साथ स्ट्रगल करना पड़ेगा । आप मुंबई में अपनी रुचि के अनुसार कोई भी जॉब कर सकते हैं और थोड़ा-थोड़ा समय निकालकर ऑडिशन देने जा सकते हैं या आप जूनियर आर्टिस्ट का काम भी कर सकते हैं जूनियर आर्टिस्ट का काम करके आप फिल्म टीवी सीरियल विज्ञापनों में छोटे-छोटे काम करके आगे बढ़ सकते हैं।
आप मुंबई के मलाड क्षेत्र में राम मंदिर क्षेत्र या गोरेगांव क्षेत्र में रूम ले सकते हैं ताकि आपको आने-जाने में ज्यादा समय ना लगे इन क्षेत्रों में रूम भी के फायदे उपलब्ध होते हैं और हां मुंबई में रूम की पगड़ी भी लगभग ₹50000 रुपए जमा करनी होती है और एक माह का एडवांस भाड़ा भी जमा करना होता है इसलिए मुंबई जाने से पहले अपना बजट बनाएं ।
मुंबई में फिल्म क्षेत्र में काम करना है तो आर्टिस्ट कार्ड भी आप बनवा सकते हैं जो लगभग 3500 रुपए में 3 वर्ष की वैधता के साथ बनता है यह कार्ड आपको सिर्फ सी चित्रपट सेवा के कार्यालय जाकर बनवा सकते जो गोरेगांव फिल्म सिटी के नजदीक में स्थित है ध्यान रहे किसी भी एजेंट के माध्यम से यह कार्ड न बनवाएं आप खुद जाकर यह कार्ड बनवाएं।
मुंबई लोकल ट्रैवल सुझाव- जैसे ही आप मुंबई के लिए अपने शहर से निकलते हैं तो आप Mumbai indicator apps को डाउनलोड कर ले यह आपको मुंबई में रोज के ट्रैवल करने के लिए लाभदायक सिद्ध होगा यह एक विश्वसनीय ऐप है जिसमें आपको लोकल बस लोकल ट्रेन शिव ऑटो आदि की समस्त जानकारी इसमें मिलेगी लोकल ट्रेन किस तरफ किस प्लेटफार्म से आ रही है यह भी आपको इस ऐप के जरिए आसानी से पता चल जाएगा दूसरा आप गूगल की मदद से किसी भी क्षेत्र में शूटिंग के लिए जा सकते हैं यह भी आपको बहुत जरूरी है कि आप किसी दूसरे से पूछने की वजह गूगल की मदद ले सकते हैं।