बॉलीवुड में कैसे जाएं एंट्री लेने के तरीके क्या हैं
बॉलीवुड में जाएं एंट्री ले,एंट्री लेने के लिए फिल्म बनाने की कला को सीखाना समझना आवश्यक है आपको यह तय करना होगा की फिल्म बनाने की कौन सी कला में आप रुचि रखते हैं आप अभिनय करना चाहते हैं ,आप लेखक बनना चाहते हैं ,आप निर्देशक बनना चाहते हैं ,या कैमरे की वीडियो ग्राफी में सिनेमैटोग्राफर बनना चाहते हैं , आप फिल्म एडिटर बनना चाहते हैं यह तय कर ले । इसके बाद बॉलीवुड में एंट्री लेने के लिए फिल्म निर्माण शिक्षा प्रशिक्षण लेने ताकि जिस क्षेत्र में आप जाना चाहते हैं उसका बेसिक और टेक्निकल नॉलेज आपको होना चाहिए आपको इसके सही तरीका पता होना चाहिए। कैमरे के पीछे और कैमरे के साथ कैसे काम होता है यह आपको पता होना और इसका टेक्निकल ज्ञान होना बहुत आवश्यक है।
एक्टर कैसे बने:-
यदि आप एक्टर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अभिनय की बारी किया सीखनी होगी इसके लिए आप अपने नजदीक में नाटक कंपनी को ज्वाइन कर सकते हैं जिसे थिएटर भी कहा जाता है जिससे आपकी एक्टिंग कला में निखार आये नाटक से आपकी अभिनय कला पॉलिश होगी और फिर तैयार होगा एक बेहतरीन अभिनेता। फिर आप स्क्रीन टेस्ट या ऑडिशन देना शुरू करें इसके लिए आप सोशल मीडिया का सहारा ले सकते हैं ढूंढने की कौन से प्रोडक्शन कंपनी में आने वाली फिल्म के किरदारों के लिए ऑडिशन चल रहा है उसे कंपनी को अपने फोटो वीडियो भेजें अपने फोटो वीडियो की प्रोफाइल पहले से तैयार कर ले जिसे आप पोर्टफोलियो भी कहते हैं यह मोबाइल से ही बन जाता है जब आप ऑडिशन के लिए अपना फोटो वीडियो भेजते हैं तो आपको कास्टिंग कंपनी या फिर निर्माता कंपनी से ऑडिशन के लिए बुलाया जाएगा जब आप ऑडिशन देने जाएंगे तो एक सीन की स्क्रिप्ट दी जाएगी और 15 मिनट का समय मिलेगा आपका स्क्रीन टेस्ट या ऑडिशन लिया जाएगा यदि जिस किरदार के लिए कंपनी एक्टर ढूंढ रही है उसमें आप फिट होते हैं तो आप सेलेक्ट हो जाएंगे और आपको पहले ब्रेक टीवी सीरियल या फिल्म में मिल जाएगा।
नए अभिनेता बनने क्या करना चाहिए:-
जब आप किसी नाटक कंपनी या फिल्म शिक्षा इंस्टीट्यूट से अपने अभिनय कौशल में निखार लाकर सीख कर तैयार हो जाते हैं तो आपको सबसे ज्यादा ऑडिशन देने चाहिए एक अभिनेता बनने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है आप जितनी ज्यादा मेहनत ऑडिशन देने में करेंगे उतनी जल्दी आपको फिल्मों और टीवी सीरियल में काम करने का मौका मिलेगा आज आप जितने भी बड़े होते अभिनेताओं को अभिनय करते फिल्मों में देखते हैं वह सभी दिन रात ऑडिशन देने के लिए मेहनत करते हैं कई सारे फिल्म प्रोडक्शन के चक्कर लगाते हैं तब जाकर एक अभिनेता को छोटे-बड़े रोल मिलते हैं और उसकी अभिनय कला को हम सभी पर्दे पर फिल्म और टीवी सीरियलों में देखते हैं एक अभिनेता बनने के लिए कड़ी मेहनत करने से तात्पर्य यही होता है कि अपने अभिनय कौशल में सुधार लाने के साथ-सा थ उसे ज्यादा से ज्यादा ऑडिशन देने चाहिए। अभिनेता सी एच लियाओ को पहला ब्रेक फिल्म ट्यूबलाइट से मिला था उन्होंने घर बैठे ऑनलाइन ऑडिशन भेजो और सेलेक्ट हो गए इसके बाद भी लगातार मुंबई में रहकर कई छोटे बड़े प्रोडक्शन हाउस को ऑडिशन देने जाया करते थे और उन्हें जेपी दत्ता की फिल्म पलटन में मुख्य विलेन का काम करने का मौका मिला। अभिनेता अभिलाष चौधरी भी ऑडिशन लगातार देते हैं एक एक्टर को ऑडिशन देने में कभी कंजूसी नहीं करनी चाहिए लगातार ऑडिशन देते रहना चाहिए फिर आप पाएंगे कि आपके पास काम की कमी नहीं है और आप एक सफल अभिनेता बन पाएंगे अभिनेता सी एच लियाओ विज्ञापन निर्माण करने वाली कंपनी को भी ऑडिशन देने जाते हैं और कई बड़े विज्ञापनों में हम उन्हें देखते हैं रणबीर सिंह के साथ टाटा स्काई के विज्ञापन में हमने उन्हें देखा है ।
फिल्म लेखक बनने के लिए क्या करना चाहिए:-
एक फिल्म लेखक बनने के लिए भी आपको कड़ी मेहनत करनी चाहिए यहां पर मेहनत करने से तात्पर्य है कि आप ज्यादा से ज्यादा किताबों को पढ़ें । ऐसे लेखकों को पढ़ें जिनको पढ़ने में आपको गहरी रुचि हो आपके भीतर से लगे कि मुझे इसी लेखक की बुक पढ़ना है या उसका पहला पन्ना पढ़कर ही आप उस कहानी में बंध जाएं तो समझ लीजिए कि वह कहानी आपको पूरी पढ़नी चाहिए । आप मुंशी प्रेमचंद की किताब में पढ़ सकते हैं, प्रेमचंद जी के उपन्यासों पर फिल्म लिखी गई है चेतन भगत के उपन्यास पढ़ें 3 इडियट्स,हाफ गर्लफ्रेंड ,2 स्टेटस, चेतन भगत द्वारा लिखे गए उपन्यासों पर बनी फिल्म है आप गुलशन नंदा को पढ़ें गुलशन नंदा के उपन्यास पर फिल्म कटी पतंग बनी है इस फिल्म के मुख्य कलाकार राजेश खन्ना थे आप शरद चंद चट्टोपाध्याय को पढें उन्होंने देवदास लिखी है फिल्म देवदास को भी आपने देखा होगा शाहरुख खान और ऐश्वर्या राय मुख्य भूमिका में इस फिल्म में नजर आए थे यदि आपको एक सफल लेखक बनना है तो आप एक कलम, कॉपी और कमर पकड़ लें। और काम करना शुरू कर दें आप एक बेहतरीन फिल्म लेखक बन पाएंगे। आप शाहिर लुधियानवी की शायरियों को पढ़ें, मनोज मुंतशिर की शायरियों को पढ़ें ,रूमी जाफरी की शायरी को पढ़ें ,गजलों को पढ़ें जॉनी इलिया को पढ़ें, निदा फ़ाज़ली को पढ़ें,शकील आज़मी की शायरियों को पढ़ें ,दुष्यंत कुमार की शायरियों को पढ़ें, और मंजर भोपाली की शायरियों को पढ़ें इन सभी लेखकों की अलग-अलग बहुत सारी किताबें हैं जिनको आप पढ़ सकते हैं जैसे-जैसे आप बड़े शायरों की शायरियां पढ़ेंगे शायरियां और गजलें आपको गाने लिखने और फिल्म डायलॉग लिखने में बहुत काम आएंगी। किसी भी लेखक को कॉपी नहीं करना अपनी कलम का एक अलग स्वाद बनाना है।
पटकथा लेखन यह स्क्रीन प्ले लिखने की कला को सीखें:- आप किसी फिल्म निर्माण शिक्षा इंस्टीट्यूट से फिल्म लेखन कला का कोर्स कर सकते हैं जिसके जरिए आप सही फॉर्मेट में फिल्म लेखन करना सीख पाएंगे यदि आप किसी संस्थान को ज्वाइन नहीं कर सकते या आपके पास पैसे नहीं है तो आप हमारी फिल्म लेखन से जुड़े सारे लेख पढ़े और घर पर ही लिखना सीखें आप यूट्यूब पर वीडियो भी देख सकते हैं बहुत सारे ऐसे वीडियो यूट्यूब पर उपलब्ध हैं जो फिल्म लेखन की विधा को सिखाते हैं। फिल्म लिखना या पटकथा लिखने का मतलब होता है कि आपने जो कहानी लिखी है उसको आप कैसे दिखाना चाहते हैं आपकी कहानी का कौन सा सीन कैसे दिखाई देगा किस वातावरण में दिखाई देगा सेन का वातावरण घटना आदि कैसे पर्दे पर दिखेगी आप पहले एक कहानी सोचेंगे फिर उसे कहानी को लिखेंगे फिर कहानी की पटकथा या स्क्रीन प्ले लिखेंगे उसके बाद उसके डायलॉग लिखेंगे डायलॉग लिखने के बाद आपकी एक फिल्म पूर्ण रूप से लिख गई स्क्रीनप्ले लिखने के लिए आप सेल टैक्स एप्प को डाउनलोड कर लें इस एप्प के जरिए आप पटकथा या स्क्रीन प्ले को सही फॉर्मेट में लिख पाएंगे। अब आपको कहानी की वन लाइनर लिखना है वन लाइनर का मतलब पूरी फिल्म की कहानी को एक लाइन में यह दो लाइन में बताना उदाहरण जब आप चेतन भगत की किताब हाफ गर्लफ्रेंड या तु स्टेटस को पढ़ेंगे तो किताब के पीछे वन लाइनर लिखा है आपको आसानी से यह समझ में आ जाएगा कि आपकी फिल्म की वन लाइनर क्या होगा अब आप कहानी का या फिल्म की पटकथा का सिनॉप्सिस तैयार कर लें इसके बाद स्क्रीनप्ले राइटर एसोसिएशन की सदस्यता लेकर आप अपनी पटकथा या स्क्रिप्ट को कॉपीराइट कर ले इसके बाद आप फिर निर्माता और निर्देशकों को सिनॉप्सिस भेज कर बता सकते हैं कि आप एक लेखक हैं आपकी यह फिल्म की स्क्रिप्ट है यदि निर्माता निर्देशक को आपकी फिल्म की वन लाइनर पसंद आई तो पूरी कहानी सुनाने के लिए वह आपको अपने ऑफिस या घर पर बुलाएंगे और फिर पसंद आने पर आपकी फिल्म पर काम शुरू हो जाएगा।
फिल्म निर्देशक कैसे बने:-
फिल्म निर्देशक बनने के लिए आपको निर्देशित करने की शिक्षा और प्रशिक्षण लेना चाहिए आपको फिर निर्माण के कोर्स वर्कशॉप और सेमिनार में भाग लेना चाहिए जिससे आपकी निर्देशन कला बेहतर तरीके से काम कर सके इसके लिए आप असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम कर सकते हैं शॉर्ट फिल्म बनाकर अनुभव अर्जित कर सकते हैं आप फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों से संपर्क बनाकर अपनी नेटवर्किंग बढ़कर अपनी शॉर्ट फिल्म को फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित कर सकते हैं जिससे बड़े फिर निर्माता और निर्देशकों के सामने आपकी कल की प्रतिभा दिखाई देगी और आपको सफल निर्देशक बनने में सहायक होगी। फिल्म निर्देशक अभिनेताओं और अभिनेत्री को किरदार निभाने के लिए निर्देशित करता है वह बताता है कि जिस किरदार जी योजना पर काम किया जा रहा है वह किस तरह का है और किस तरीके से परफॉर्म करेगा एक निर्देशक अभिनेताओं और अभिनेत्री की परफॉर्मेस को बेहतर बनाने में मदद करता है एक निर्देशक फिल्म निर्माण के सभी पहलुओं पर नजर रखता है जिसमें कहानी का विकास कैमरे का कौन प्रकाश की व्यवस्था कलाकारों का चयन और संपादन की व्यवस्था वह करता है। इसलिए आपको यह बहुत जरूरी हो जाता है कि आप यदि निर्देशन कला में जाना चाहते हैं अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको गंभीर होना पड़ेगा और सही दिशा में प्रयास भी करने होंगे क्योंकि यह एक रोमांचक और चुनौती पूर्ण कैरियर है जिम्मेदारियां से भरा यह कार्य है।
गरीब भी फिल्म निर्देशक बने सकते हैं बिना पैसे :-यदि आप गरीब हैं और आपको फिल्म निर्देशक बनना है आपके पास पैसा नहीं है तो भी आप एक फिल्म निर्देशक बन सकते हैं फिल्म निर्देशक माही दुबे बताते हैं कि फिल्म डायरेक्टर माही दुबे ने फिल्म डायरेक्टर बनने के तरीकों के बारे में बात करते हुए कहते हैं वैश्विक सिनेमा देखे पुरानी फिल्में देखें राजा हरिश्चंद्र से शुरू करें ,राज कपूर की मास्टर पीस फिल्में देखें ,सत्यजीत राय साहब की फिल्में देखें ,यूरोपीय सिनेमा देखे, इटालियन सिनेमा देखे ,रशियन सिनेमा देखे जब बाहर की सिनेमा की फिल्में देखेंगे तो समझ आएगा की फिल्म कैसे बनती है मान लीजिए आप सुबह 5:00 बजे ट्रेन में कहीं जा रहे हैं ट्रेन में यह सोचे कि मैं यहां बैठा हुआ हूं कैसे मैं सीन को करूं शॉर्ट कहां से लूंगा किस एंगल से लूंगा डायलॉग क्या डालूंगा एक जगह पर जाएं चार लोगों से मिले बात करें उसकी स्क्रिप्ट लिखे ऐसे कुछ-कुछ चीज की जा सकती है जिससे डायरेक्शन की स्किल बढ़ती है। फिल्म बनाना आप खुद सीखें यही बेहतर है।निर्देशक का मतलब होता है जो निर्देश दे निर्देशक का काम एक पटकथा को चलचित्र दृश्य के रूप में प्रस्तुत करना है यानी एक फिल्म स्क्रिप्ट को फिल्म में कैसे किस तरह से दिखाना है यह कार्य फिल्म निर्देशक या डायरेक्टर का है एक फ़िल्म निर्देशन में नेतृत्व कल्पनाशीलता ,कल ज्ञान ,फिल्म या टीवी निर्माण प्रक्रिया, काम के दौरान दबाव वाले वातावरण में शांत रहकर काम करना, सिनेमैटोग्राफी ,एक निश्चित शॉर्ट आदि एक अच्छे फिल्म निर्देशक के गुण होते हैं।
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Bollywood Me Kaise Jaye Entry Lene Ke Tarike Kya Hai
फिल्म निर्देशक और अभिनेत्री वंशिका पांडे फिर निर्माण से जुड़े अपने अनुभव सांझा करते हुए कहती हैं कि निर्देश फिल्म निर्देशन की कला रोमांच और चुनौती पूर्ण कैरियर है यदि आप निम्नलिखित बातों का ध्यान रखकर शुरुआत करेंगे तो निश्चित ही आप सफल करियर बना पाएंगे।
1.शिक्षा और प्रशिक्षण :-आप ऑनलाइन यूट्यूब से घर बैठे बिना किसी पैसे के वीडियो देखकर भी फिल्म निर्देशक बनने का प्रशिक्षण ले सकते हैं।
2.वर्कशॉप और सेमिनार:– फिल्म निर्देशक बनने के लिए करियर वर्कशॉप और सेमिनार हर माह आयोजित किए जाते हैं आप सोशल मीडिया के जरिए पता करें की कब और कहां इस तरीके के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं और उसमें भाग ले।
3.असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में काम करें: – आप किसी बड़े फिल्म डायरेक्टर के असिस्टेंट बनाकर भी काम कर सकते हैं जिसको काम का बहुत ज्यादा अनुभव होता है उसको एसिस्ट करके भी आप एक अच्छे फिर निर्देशक बन सकते हैं इसके लिए आप सोशल मीडिया का सहारा लेकर बड़े निर्देशों से संपर्क कर सकते हैं।
4.शॉर्ट फिल्में बनाएं :-आप खुद भी शॉर्ट फिल्में बना सकते हैं और अपनी फिल्म को यूट्यूब या सोशल मीडिया के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचा सकते हैं जिससे आपकी निर्देशन कला सामने आएगी।
5.नेटवर्किंग बनाएं: -आप फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों से नेटवर्क बनाएं यदि आप फिल्म निर्माण से जुड़े लोगों से नेटवर्क बनाएंगे तो आपको पता चलेगा की कैसे और कहां जाना है किस तरह से काम करना है उन लोगों के अनुभव भी आपको मिलेंगे।
6.अपनी स्वयं की कहानी और पटकथा लिखें:-आप अपनी स्वयं की कहानी लिखे एक अच्छे निर्देशक के लिए एक मजबूत कहानी कहने की क्षमता जरूरी है आप अपनी पटकथा भी लिखें और बार-बार रिवाइज करें और उसे बेहतर बनाने के लिए दूसरों का फीडबैक लेने दूसरों से तात्पर्य है आप अपने भरोसेमंद दोस्तों का परिवार के लोगों का फीडबैक ले सकते हैं।
सिनेमैटोग्राफर कैसे बने – एक सिनेमैटोग्राफर बनने के लिए आपको वीडियो ग्राफी और दृश्य कहानियों को कैद करने की मास्टर कल आनी चाहिए इस कला को भी सीख जा सकता है इसके लिए प्रशिक्षण लेना आवश्यक होता है सिनेमैटोग्राफी कोर्स करके आप इस कला में महारत हासिल कर सकते हैं आप किसी बड़े कैमरामैन के साथ उसके असिस्टेंट के रूप में काम करके भी सिनेमैटोग्राफी सीख सकते हैं आप अपनी खुद की शॉर्ट फिल्म बनाकर भी सिनेमैटोग्राफी की बारी किया सीख सकते हैं इसके लिए आपको यूट्यूब के वीडियो प्रशिक्षण फ्री कोर्स देखना चाहिए। बॉलीवुड फिल्म हाफ गर्लफ्रेंड ,आंखें, एक विलन जैसी फिल्मों के सिनेमैटोग्राफर हरीश पटेल कहते हैं कि सिनेमैटोग्राफर फिल्मों के दृश्यों को अपने कमरे में कैद करता है सिनेमैटोग्राफर दृश्य की रचना प्रकाश व्यवस्था और कैमरे के कोणों का निर्धारण करता है इस कला को सीखने के लिए आप में सिनेमा के प्रति जुनून होना चाहिए और आपको सिनेमैटोग्राफी की बारीकियां सीखनी चाहिए जैसे दृश्य की रचना प्रकाश की व्यवस्था कैमरा किस शॉट में किस कोण में निश्चित होगा यह आपको सीखाना होगा ।
इन संस्थानों से फिल्म निर्माण की शिक्षा और प्रशिक्षण ले
1.भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान पुणे (FTII)
पता -विधि महाविद्यालय मार्ग एरंडवणा पुणे महाराष्ट्र 411004
(यह भारत सरकार सूचना प्रसारण मंत्रालय का संस्थान)
नोट -इस संस्थान में पिछड़े वर्ग के छात्रों को छात्रवृत्ति भी दी जाती है।
2. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली
पता -बहावलपुर हाउस भगवानदास रोड नई दिल्ली 110001
(यह संस्थान भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय द्वारा वित्त पोषित संस्थान है)
नोट -इस संस्थान में भी पिछड़े वर्ग के छात्र को छात्रवृत्ति भी दी जाती है
3. हिमाचल कल्चरल रिसर्च थिएटर अकैडमी
पता -व॓टूर हिमाचल प्रदेश
(यह संस्थान भी एक विश्वसनीय और बहुत अच्छा संस्थान है)
4. जॉइन फिल्म्स एकेडमी मुंबई
पता – ओल्ड महादा जानकी देवी स्कूल रोड SV पटेल नगर अंधेरी वेस्ट मुंबई महाराष्ट्र 400053
संपर्क -8433666618
(यह संस्थान मुंबई का सबसे किफायती और विश्वसनीय संस्थान है और ऑनलाइन यूट्यूब वीडियो के माध्यम से भी है प्रशिक्षण देता है जो बिल्कुल मुफ्त होता है आप इस संस्थान के वीडियो आसानी से यूट्यूब पर देख सकते हैं और सीख सकते हैं।)