Salman Khan Salim Khan Ne Laapataa Ladies Dekhi GALTI se Kaha Kiran Rao ki First Film
जियो स्टूडियों द्वारा प्रस्तुत आमिर खान के बैनर तले निर्मित
फिल्म ‘लापता लेडीज’ सिनेमाघरों में उपलब्ध है आप भी इस फिल्म का मनोरंजन ले सकते हैं भले ही यह मूवी बॉक्स ऑफिस पर बंपर कमाई में मामले में थोड़ी फीकी लग रही हो लेकिन जिस किसी भी दर्शक ने इस फिल्म को देखा वह तारीफें करने से खुद को रोक नहीं पाया। आमिर खान की जो मिस्टर परफेक्शनिस्ट की छवि है वह उन्होंने अपने काम से एक फिर मजबूत बनाकर बरकरार रखा है। किरण राव द्वारा निर्देशित फिल्म लापता लेडीज़ को दर्शकों , फिल्मी हस्तियों और समीक्षको से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। बाॅलीवुड मेगास्टार सलमान खान अपने प्रिय मित्र आमिर खान की फिल्म देखने अपने पिता सलीम खान के साथ पहुंचे और सलमान खान ने लापता लेडीज़ का बहुत ही शानदार रिव्यू साझा किया। लेकिन रिव्यू शेयर करने में सलमान खान से एक बड़ी चूक हो गई।
सलमान खान किरण राव की फिल्म लापता लेडीज़ देखने अपने पिता सलीम खान के साथ गए सलमान खान ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा -अभी किरण राव की लापता लेडीज देखी। वाह वाह किरण. मैंने वास्तव में इसका आनंद लिया और मेरे पिता ने भी। शानदार काम. मेरे साथ कब काम करोगी।लेकिन सलमान खान से रिव्यू शेयर करने में एक बड़ी गलती हो गई सलमान ने ‘लापता लेडीज’ को किरण राव के डायरेक्शन में बनी पहली फिल्म बता दिया जबकि किरण राव ने फिल्म निर्माता के तौर पर साल 2010 में आई फिल्म धोबी घाट से डायरेक्शन में कदम रखा था।
Just saw Kiran Rao’s Laapataa Ladies. Wah wah Kiran. I really enjoyed it n so did my father. superb job. Kab kaam karogi mere saath ?
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) March 14, 2024
वहीं हाल ही में शबाना आजमी ने भी फिल्म लापता लेडीज़ की तारीफ करते हुए सिनेमाघरों में देखने के लिए दर्शकों का आह्वान किया था और अब आमिर खान जिगरी दोस्त सलमान खान का भी फिल्म की तारीफ कर रहे हैं।
फिल्म समीक्षक तरण आदर्श ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए फिल्म लापता लेडीज की तारीफ करते हुए कहा ‘लापता लेडीज़’ ने दिल जीतना जारी रखा है… दर्शकों की प्रतिक्रिया सब कुछ कहती है… इस कॉमेडी-ड्रामा के लिए प्यार बढ़ता जा रहा है… सप्ताहांत में देखने के लिए अपनी सीटें पकड़ें
‘LAAPATAA LADIES’ CONTINUES TO WIN HEARTS… The audience feedback says it all… The love for this comedy-drama keeps growing… Grab your seats for a weekend watch!#LaapataaLadies stars #NitanshiGoel, #PratibhaRanta, #SparshShrivastava, #RaviKishan and #ChhayaKadam.
Directed by… pic.twitter.com/CvrTvKAAnq
— taran adarsh (@taran_adarsh) March 14, 2024
यह कहानी साल 2001 की है जब दीपक कुमार की शादी हुई अपनी नवविवाहिता पत्नी को लेकर वो घर के लिए ट्रेन में चढ़ता है ट्रेन यात्रियों से ठसाठस भरी है. दीपक अपनी पत्नी फूल को बैठाने के लिए जगह खोजता है फूल को तो सीट मिल जाती है दीपक सीट के कोने पर खड़ा है ट्रेन के डिब्बे में एक नवविवाहित जोड़ा और बैठा है. बात चलती है कि शादी में कितना दहेज मिला। दीपक ने कोई दहेज नहीं लिया है इस बात पर लोग हंसते भी हैं और वो गर्व करने की जगह उसे मूर्ख समझते है लेकिन वर्ष 2001 मे जब दहेज प्रथा विवाह में एक चलन है ऐसे में दीपक का यह प्रेरक कदम सराहनीय संदेश देता नजर आता है
फिल्म लापता लेडीज काल्पनिक निर्मल प्रदेश की ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित है जो दो दुल्हनों, फूल (नितांशी ) और पुष्पा (प्रतिभा ) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो गलती से ट्रेन में जगह बदल लेती हैं। यह फिल्म काल्पनिक निर्मल प्रदेश की ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित है इस कहानी की शुरुआत द्वितीय श्रेणी के रेल डिब्बे में होती है, जिसमें नव विवाहित कई जोड़े अपने अलग-अलग गांवों की तरफ जाते हैं लंबे घूंघट ओढे हुए सभी दुल्हने नजर दिख रही है रात के अंधेरे से बचने और जल्दी ट्रेन से उतरने के बाद, दीपक (स्पर्श श्रीवास्तव) अपनी पत्नी का हाथ पकड़ता है और अपने गांव की ओर जाता है, थोड़ी देर के स्पर्श से उसे एहसास होता है कि उसने जिस लड़की से शादी की थी उसे काफी पीछे छोड़ दिया है और गलत दुल्हन को घर लेकर आ गया है और यही से कहानी में कई दिलचस्प ट्विस्ट और टर्न देखने को मिलने लगते हैं जो मनोरंजक बना देते हैं क्या होता है जब मनोहर (रवि किशन), एक पुलिस अधिकारी इस अनोखे लापता मामले की जांच करने की जिम्मेदारी लेता है। जानने के लिए अपने नजदीकी सिनेमाघरों में जाकर आप भी मजेदार मनोरंजन से भरपूर फिल्म लापता लेडीज का लुत्फ उठा सकते हैं।
यह कहानी साल 2001 की है जब दीपक कुमार की शादी हुई अपनी नवविवाहिता पत्नी को लेकर वो घर के लिए ट्रेन में चढ़ता है ट्रेन यात्रियों से ठसाठस भरी है. दीपक अपनी पत्नी फूल को बैठाने के लिए जगह खोजता है फूल को तो सीट मिल जाती है दीपक सीट के कोने पर खड़ा है ट्रेन के डिब्बे में एक नवविवाहित जोड़ा और बैठा है. बात चलती है कि शादी में कितना दहेज मिला। दीपक ने कोई दहेज नहीं लिया है इस बात पर लोग हंसते भी हैं और वो गर्व करने की जगह उसे मूर्ख समझते है लेकिन वर्ष 2001 मे जब दहेज प्रथा विवाह में एक चलन है ऐसे में दीपक का यह प्रेरक कदम सराहनीय संदेश देता नजर आता है
किरण राव निर्देशित इस फिल्म को मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले उनके पूर्व पति अभिनेता आमिर खान द्वारा प्रोड्यूस किया गया है वहीं फिल्म में नितांशी गोयल, प्रतिभा रांटा, स्पर्श श्रीवास्तव, छाया कदम और रवि किशन मुख्य भूमिका अदा करते हुए दिखे सामान्य परिवेश में निर्मित इस फिल्म इन कलाकारो ने दमदार अभिनय प्रदर्शन किया। स्नेहा देसाई द्वारा लिखित पटकथा और दिव्य निधि शर्मा की कलम से निकले संवादों ने दर्शकों का दिल जीत लिया है। बड़े पर्दे पर अभिनय कला की दहलीज पर कदम रखने वाले ये डेब्यू कलाकर अपने-अपने अहम किरदारों को बहुत खूबसूरती से जी गए ।
हमारे समाज की घूंघट प्रथा पर प्रहार करती फिल्म लापता लेडीज औरतों को आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ उनके सपनों साकार करने की सोच पर बल देती है किरण राव की इस फिल्म का बजट लगभग 4 करोड़ रुपए है तो अब तक इस फिल्म ने लगभग 8.54 करोड़ का व्यापार किया है देल्ही बेली, दंगल और पीपली लाइव जैसी हिट फिल्में देने के बाद एक लम्बे अंतराल के बाद आमिर खान प्रोडक्शन और ज्योति देशपांडे द्वारा लापता लेडीज का निर्माण किया गया है फिल्म की कहानी बिप्लब गोस्वामी ने लिखी है।
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