सलमान खान के 60वे बर्थडे पर जबलपुर के सलमान फैंस ने लिया अंगदान का संकल्प

बॉलीवुड एक्टर सलमान खान का 60 वां जन्मदिन 27 दिसंबर को राष्ट्रीय सलमान खान फैंस क्लब जबलपुर द्वारा केक काटकर बीइंग ह्यूमन क्लोदिंग में मनाया गया इस अवसर पर जबलपुर के सलमान खान फैंस ने बैनर पोस्टर के साथ अंगदान जागरूकता का संदेश दिया 25 युवा सलमान खान फैंस ने मोहन फाउंडेशन को अंगदान संकल्प पत्र भरा ताकि मरने के बाद किसी दूसरे को जीवन दान मिल सके सलमान फैन कपिल बर्मन,पूजा हेमलता कुशवाहा, अर्पित पटेल , निखिल जाट,सौरभ अहिरवार आदि ने अंगदान का संकल्प लिया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बीइंग ह्यूमन जबलपुर के मैनेजर योगेश उपस्थित रहे। बॉलीवुड अभिनेता अभिलाष चौधरी ने सलमान खान फैंस क्लब जबलपुर की ओर से अंगदान जागरूकता अभियान में भाग लेने की अपील की है अभिलाष चौधरी सलमान खान के साथ फिल्म बैटल ऑफ गलवान में मुख्य भूमिका में नजर आने वाले हैं।

सलमान खान फैंस क्लब जबलपुर के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभात बर्मन ने बताया कि हम पिछले 15 सालों से लगातार सलमान खान के जन्मदिन पर और सलमान की फिल्म रिलीज के मौके पर विशेष रूप से अंगदान जागरूकता अभियान चलाते हैं और आपसी संवाद के माध्यम से अंगदान जागरूकता का संदेश देते हैं आम तौर पर शुभ कार्य में अंगदान की बात नहीं होती लोगों में झिझक है हम शुभ कार्य में अंगदान की बात करने का प्रयास करते हैं ताकि अंगदान करने के लिए आम नागरिक में सकारात्मक संदेश पहुंचे।यह विश्व का पहला रजिस्टर्ड सलमान खान फैंस क्लब है जो बीइंग सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था जबलपुर के नाम से पंजीकृत हैं और सलमान खान की पहली फिल्म बीवी हो तो ऐसी 1988 से लेकर आज तक अखबारों का कलेक्शन मौजूद हैं ।

सलमान खान भारत के पहले बोन मैरो दाता हैं सलमान खान अपनी फिल्मों के माध्यम से भी अंगदान जागरूकता का संदेश देते आ रहे हैं फ़िल्म जय हो मैं सलमान खान ने नेत्रदान का संदेश दिया था और फिल्म सिकंदर में तो अंगदान पर ही फिल्म की कहानी आधारित थी सलमान खान फिल्म सिकंदर के जरिए अंगदान का एक सकारात्मक संदेश दिया है उनके इस संदेश से सलमान खान फैंस पर बहुत प्रभाव पड़ा है और अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है सलमान खान अपने बीइंग हुमन नेचर के लिए जाने जाते हैं वह बीइंग ह्यूमन फाउंडेशन नाम की संस्था चलाते हैं जिससे वह जरूरतमंदों की सेवा सहायता करते हैं राष्ट्रीय सलमान खान फैंस क्लब जबलपुर देशभर में अंगदान जागरूकता अभियान चलाकर आपसी संवाद के माध्यम से आम लोगों को जागरूक करता है जागरूकता बढ़ाने के लिए क्लब के कार्यकर्ताओं ने मोहन फाउंडेशन मुंबई से तीन दिनों की अंगदान जागरूकता ट्रेनिंग मिली है। मोहन फाउंडेशन भारत का सबसे बड़ा अंगदान संस्थान है। इस अवसर पर आशीष खरा, अहफाज खान, टाइगर कश्यप, लकी, आदि सलमान खान फैंस उपस्थित रहे।

सलमान फैन निखिल जाट ने कहा कि हमारा यह अंगदान जागरूकता अभियान सलमान खान साहब की आने वाली फिल्म बैटल ऑफ गलवान के रिलीज तक चलने वाला है सलमान खान के 60वे जन्मदिन के अवसर पर हमने अंगदान जागरूकता अभियान की शुरुआत कर दी है हमारा यह अभियान लगातार देश भर में जारी रहेगा। हम सलमान के नक्शे कदम पर चलते हुए उनकी नेकी की सोच को आगे बढ़ा रहे हैं और अंगदान का जागरूकता का संदेश देते आ रहे हैं हमारा यह महाअभियान लगातार जारी है। हमारे सहयोगी संस्था मोहन फाउंडेशन के साथ मिलकर हम देश भर में अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करना चाहते हैं ताकि अंगदान को ज्यादा से ज्यादा बढ़ावा मिल सकें।
प्रभात ने आगे कहा कि हम आम जनता को यह बताया जाता है कि अंगदान की सही प्रक्रिया क्या है किस तरह से अंगदान किया जाता है और अंगदान का संकल्प कहां भरा जाता है क्योंकि अभी भी संस्कारधानी जबलपुर के बहुत सारे लोगों में यह भ्रामकता है कि यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु हुई तो पोस्टमार्टम के दौरान सारे अंग निकालिए जाते हैं जबकि ऐसा नहीं होता है यदि कोई व्यक्ति मर चुका है और उसको मरे हुए काफी समय बीत गया है तो उसके अंग किसी काम नहीं आते हैं।
अंगदान की तीन अवस्थाएं होती हैं
- सामान्य मृत्यु में अंगदान
- जीवित अवस्था में अंगदान
- ब्रेनडेड की अवस्था में अंगदान
सामान्य मृत्यु में अंगदान –यदि सामान्य अवस्था में किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है और उसके परिवारजन चाहते हैं कि उसके शरीर के अंग दान किए जाएं तो ऐसी अवस्था में 6 घंटे के भीतर अंगदान संस्थान जैसे आपका नजदीकी शासकीय अस्पताल या मेडिकल कॉलेज को सूचना देकर जानकारी देनी होती है ताकि चिकित्सा और विशेषज्ञ अंगो को सुरक्षित कर सकें। समान मृत्यु की अवस्था में केवल त्वचा और आंखें ही दान की जा सकती हैं।
जीवित अवस्था में अंगदान- जीवित अवस्था में अंगदान तब होता है जब परिवार के किसी सदस्य के अंग विफल हो जाते हैं तब ऐसी स्थिति में चिकित्सकों की सलाह पर अंगदान की प्रक्रिया की जाती है जिसमें किडनी लीवर का एक हिस्सा दान किया जाता है इस तरह का अंगदान केवल रिश्तेदारों के बीच ही किया जा सकता है जैसे यदि किसी व्यक्ति के माता या पिता का कोई एक अंग विफल हो गया हैं तो बेटा या बेटी अपने माता या पिता को अंगदान कर सकता है।
ब्रेनडेड की अवस्था में अंगदान – यदि चिकित्सा के दौरान डॉक्टरों द्वारा किसी व्यक्ति को ब्रेनडेड घोषित किया गया है तब ऐसी अवस्था में मरीज के परिजनों की सहमति के बाद अंगदान किया जा सकते हैं ब्रेनडेड की अवस्था वह अवस्था होती है जब किसी व्यक्ति के मस्तिष्क की मृत्यु हो जाती है तब उसे ब्रेनडेड कहते हैं सामान्य भाषा में जब तक उस व्यक्ति को ऑक्सीजन लगा है तब तक वह जीवित है जैसे ही ऑक्सीजन निकाल लिया जाएगा उसकी मृत्यु हो जाएगी ऐसी अवस्था को ब्रेनडेड कहा जाता है ब्रेन डेड की अवस्था में किए गए अंगदान 50 लोगों को जीवन दान दे सकते हैं।
नोट – सलमान खान से जुड़ी सभी दिलचस्प खबरों के लिए बने रहिए आपके अपने न्यूज ब्लॉग बॉलीवुड यात्रा पर जहां आपको मिलती है सलमान खान से जुड़ी सभी अपडेट्स सबसे तेज। यदि आप हमें किसी प्रकार का सुझाव देना चाहते हैं या फिर आप हमसे संपर्क करना चाहते हैं तो आप हमें ईमेल Bollywoodyatraa@gmail.com पर भेज सकते हैं।