सॉन्ग लेखक बनने के लिए शायरी कविताएं पढ़ना चाहिए ताकि आपके दिमाग में नए शब्द उभरे और सीधे कागज पर उतर जाएं आपको बने बनायें उपलब्ध सॉन्ग या गीतों को सुनना चाहिए। ऐसे की जो खुद आपको अच्छे लगते हो आपके दिल और मन को सुकून मिलता हो ऐसा करने से आपके भीतर नए शब्द उमड़ने शुरू हो जाएंगे जो आपको गीतकार बना सकते हैं आप जितना ज्यादा पढ़ेंगे उतना अच्छा लिख पाएंगे।
उदाहरण के लिए –
मुखड़ा – मैं पल दो पल का शायर हूं
पल दो पल मेरी कहानी है
पल दो पल मेरी हस्ती है
पल दो पल मेरी जवानी है।
साहिल लुधियानवी साहब का लिखा यह गीत है इन चार लाइनों को हम मुखड़ा कहते हैं इसके बाद जो लाइन होगी उसे अंतरा कहते हैं
उदाहरण के लिए
अंतरा – मुझे पहले कितनी शायर
आए और चले गए
कुछ आहें भर कर चले गए
कुछ नगमे गाकर चले गए।
याद रखने वाली बात यह है कि मुखड़ा हो या अंतर आप जो बात कह रहे हैं या लिख रहे हैं इसका मतलब होना चाहिए।
पेन कॉपी साथ रखें- आप अपने पास हमेशा एक पेन कॉपी साथ रखें और जब भी कोई लाइन आपके दिमाग में आ जाए तो तुरंत नोट कर ले । लेकिन यदि आप एकदम नए लेखक हैं अभी सीखना चाह रहे हैं आपको कुछ भी नहीं आता तो सबसे पहले आप बड़े लेखकों की किताबों को पढ़ें उनकी शायरी पढ़े उनकी कविताएं पढ़े जब आप पढ़ेंगे और कविताएं शायरी आपके दिल दिमाग पर चढ़ने लगेंगी आपको याद रहने लगेंगी तो स्वत: ही आपके विचार शायरी से भरे होंगे आप खुद ही शायरी अंदाज में बातचीत करने लगेंगे।
मशहूर लेखक मनोज मुंतशिर शुक्ला ने तेरी गलियां सॉन्ग लिखा था वह सुबह घूमने अपने बेटे के साथ गए थे कि अचानक उनके मन में तेरी गलियां शायरी आई और लिख गई ।जो बाद में एक प्रसिद्ध गीत बन गया इसी तरह फिल्म हाफ गर्लफ्रेंड का एक मशहूर गीत है मैं फिर भी तुमको चाहूंगा मनोज मुंतशिर शुक्ला जम्मू कश्मीर में गए थे उनके हाथ में कहवा का कप था तभी उनके मन में अचानक कुछ लेने आ गई।
यह हर दरख्तों के पत्ते जब शाखों से गिर जाएंगे
जब झील का पानी सुखेगा और सारे कमल कुम्हलायेंगे
यह वादियां जब सो जाएंगी और आवाज़ें खो जाएंगी
मेरी जान मैं उसे खामोशी में भी प्यार के नगमे गाऊंगा
मैं फिर भी तुमको चाहूंगा
मैं फिर भी तुमको चाहूंगा।
इस गाने को बहुत ही खूबसूरती से अरिजीत सिंह ने गया है जो खुद मनोज मुंतशिर सब ने लिखा है। यह एक शायरी थी जिसे गाने की शक्ल दे दी गई तो आपको इस तरह से सीखना है इस तरह से पढ़ना है कि जब भी आप कागज कलम लेकर बैठे स्वत ही आपके भीतर से वह शब्द कागज पर उतर जाएं।
बने बनाए अपने पसंदीदा गाने लिखे- जो गाने आपको सबसे ज्यादा पसंद हो उसे कागज पेन लेकर लिखे इससे आपकी प्रतिभा में निखार आएगा आपको गाने लिखने में बहुत मदद मिलेगी क्योंकि गाने धुन पर लिखे जाते हैं आपको धुन पर गाने लिखना सीखना होगा जो भी गीत या सॉन्ग आपको पसंद हो उसे रोज अपनी डायरी में लिखें समझने की कोशिश करें कि किस तरह से गाना बना हुआ है आज के दौर में गाना लिखा हुआ नहीं जाता बल्कि बना हुआ डेमो सॉन्ग जाता है उसके बाद फिल्म में सिलेक्ट होता है लिखा हुआ सॉन्ग भी स्वीकार किया जाता है लेकिन पहले संगीतकार उसे तैयार करता है उसके बाद तय होता है कि गाना फिल्म में लगेगा या नहीं। फिल्म परिस्थितियों के आधार पर गाना चुना जाता है ऐसा भी होता है कि लेखक को स्थिति बता दी गई है और तत्काल गाना लिखकर देना होता है इसलिए तैयारी अच्छी तरह से करें इसके लिए आवश्यक है पढ़ना।
सांग राइटर बनने क्या पढ़े– सॉन्ग राइटर बनने के लिए अच्छे लेखकों की शायरी और कविताएं पढ़ने बहुत जरूरी है एक लेखक के पास शब्दों की कमी नहीं होना चाहिए इसलिए ढेर सारी किताबें को पढ़ें कड़ी मेहनत करें अपना बहुत सारा कीमती वक्त लाइब्रेरी में बताएं लाइब्रेरी की सदस्यता लें जहां आपको बहुत सारी किताबें पढ़ने को मिलेगी।
इन लेखकों की किताब में पढ़ें-शाहिद लुधियानवी, मनोज मुंतशिर शुक्ला, जावेद अख्तर ,मुनव्वर राणा, निदा फ़ाज़ली ,मजाक लखनवी, गुलजार ,बशीर बद्र, जॉन इलिया, मिर्ज़ा ग़ालिब ,फिराक गोरखपुरी ,परवीन शाकिर, अंजुम रहबर , मजरूह सुल्तानपुरी, इमरोज, दुष्यंत कुमार आदि शायरों की किताबें आप पढ़े और 100 दिन का टारगेट खुद को दें उसके बाद देखेंगे कि आप में लेखक के गुण आने लगे हैं खुद को शब्दों की तिजोरी बना लें।